कभी लखनऊ सिर्फ़ दो चीज़ों के लिए मशहूर था, यहाँ के नवाब और कबाब। लेकिन वक़्त के साथ इस शहर ने भी करवट ली, और अब लखनऊ शहर न्यू लखनऊ की तरफ अपने कदम बढ़ा रहा है । लखनऊ की ख़ूबसूरती इस बात में बसती है कि जहाँ एक तरफ़ पुराने लखनऊ शहर की गलियों में इतिहास की ख़ुशबू है तो वहीं नया लखनऊ लेटेस्ट ट्रेंड और ओमैक्स जैसे रेसिडेंशियल टावर के मामले में दिल्ली मुम्बई जैसे बड़े-बड़े शहरों को टक्कर देने का दम रखता है। ये वो शहर है जहाँ नए और पुराने दौर का बेहतरीन मिलन देखने को मिलता है।
तो चलिए देखते हैं कि लखनऊ में वो कौन सी पाँच चीज़ें हैं जो आपने नहीं देखीं तो लोग यही कहेंगे कि लखनऊ गए, और ये नहीं देखा? तो क्या देखा?
लखनऊ शहर का नाम सुनते ही कोई भी शख़्स सबसे पहले यहाँ के लज़ीज़ पकवानों का लुत्फ़ उठाने के लिए एक बार पुराने लखनऊ की तंग गलियों से गुज़रने को ज़रूर कहेगा। और अगर आपको नॉन-वेज पसंद है तो वाक़ई चौक की ये तंग गलियाँ किसी जन्नत से कम नहीं। तरह-तरह के कबाब, निहारी, क़ोरमा, बिरयानी, यहाँ मिलने वाले मुग़लई कुज़ीन की लिस्ट कभी ना ख़त्म होने वाली है। लेकिन मज़ेदार बात ये है कि उन गलियों में चिकन सिर्फ व्यंजन नहीं, इसी नाम से जुडी चिकेनकारी शानदार कारीगरी का बेहद अनमोल नमूना है । मतलब ये कि चौक की बाज़ार में शानदार ‘चिकनकारी’ काम वाले कुर्ते भी आप वाजिब दाम पर ख़रीद सकते हैं।
लेकिन नवाबों के शहर की असली पहचान है लखनऊ का बड़ा इमामबाड़ा और उससे सटा रूमी दरवाज़ा। नवाब असफ़ुद्दौला की बनवाई ये ऐतिहासिक इमारतें, लखनऊ शहर की वो शानोशौक़त हैं जो देश ही नहीं दुनियाभर में मशहूर है। हुसैनाबाद के नाम से जाना जाने वाला ये शहर का वो इलाक़ा है जहाँ की तांगा सवारी से लेकर चटख़ारेदार चाट और बताशों का मज़ा लिए बिना कोई रह नहीं पाता।
मगर जैसा कि आपको बताया कि लखनऊ ने जहाँ एक तरफ़ अपने इतिहास और संस्कृति को संजो कर रखा है वहीं बदलते दौर के साथ नई ताज़गी को भी गले लगाया है। और ये ताज़गी आपको महसूस होगी हज़रतगंज और गोमती नगर पहुँच कर। नए लखनऊ में एक से बढ़कर एक बड़े मॉल, बड़े-बड़े ब्रांड के स्टोर, मेट्रो, इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के साथ ओमैक्स टावर जैसे बेहतरीन रिहायशी विकल्प हैं। एक ज़माना था जब लखनऊ शहर में इक्का दुक्का ऊँची इमारतें ही दिखती थीं, लेकिन गोमती नगर एक्सटेशन में बसे ओमैक्स टावर ने लखनऊ की काया ही बदल दी।
लखनऊ के ओमैक्स टावर पहुँचकर किसी को भी विदेश में होने का अहसास होगा। ये सिर्फ़ टावर नहीं बल्कि अपने आप में एक पूरा शहर है। जहाँ सिर्फ़ ज़रूरत का ही नहीं बल्कि यूँ समझिए कि घर बैठे मनोरंजन का भी हर मुमकिन इंतज़ाम है। फ़ाइव-स्टार होटल जैसे फ़्लैट के साथ स्विमिंग पूल, क्लब, जिम, छोटे बच्चों के लिए प्ले-एरिया और युवाओं के लिए प्ले-ज़ोन, यहाँ सब कुछ है।
वैसे लखनऊ में देखने वाली चीज़ों का पिटारा खोलो तो बंद करना मुश्किल हो जाता है, लेकिन ओमैक्स टावर पहुँचकर कुछ और देखने का मन करना थोड़ा मुश्किल है। यहाँ पहुँचकर आपके दिल में यही बात आएगी कि ‘मुस्कुराइए आप ओमैक्स टावर में है, और यही नया लखनऊ है’।