देश की सबसे ज़्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते कुछ सालों में तेज़ी से विकास हुआ है। मल्टी-लेन सड़कें, बड़े-बड़े मॉल के साथ यहाँ नए-नए रेसिडेशियल कम्प्लेक्सेस ने भी जगह बना ली है। कभी अपने गली, मोहल्लों और भीड़-भाड़ वाले बाज़ारों के लिए मशहूर शहर आज अपनी मॉडर्न टाउनशिप के लिए जाना जाने लगा है। अब लखनऊ में अच्छी टाउनशिप का तोहफ़ा देने वालों में सबसे आगे है ओमैक्स।
जी हाँ, आज लखनऊ में बिक्री के लिए तैयार प्रॉपर्टीज की जहाँ बात आती है तो यहाँ ‘मेट्रो सिटी-दा न्यू लखनऊ’ का नाम सबसे ऊपर रहता है। ये टाउनशिप काफ़ी तेज़ी से ख़रीदारों को अपनी तरफ़ खींचने में कामयाब रही है। इतना ही नहीं आने वाले सालों में इस टाउनशिप का और विस्तार हो सकता है और इसमें फ्लैट्स के साथ इंडेपेंडेंट फ़्लोर वाले घर, विला और कमर्शियल कॉम्प्लेक्स भी शामिल हैं।
अब लखनऊ में फ़्लैट की कमी नहीं, आए दिन नए-नए बिल्डर ख़रीदारों को लुभाने की हर मुमकिन कोशिश में हाउसिंग प्रोजेक्ट लॉन्च कर रहे हैं। लेकिन अब बात सिर्फ़ एक फ़्लैट की भी नहीं रह गई है। ये वो बिज़नेस है जिसमें कॉम्पिटिशन बढ़ता जा रहा है, और जीत उसी की होगी जो फ़्लैट के साथ ख़रीदार को हर मुमकिन सुविधा दे सके। लखनऊ में फ़्लैट मिलना भले ही आसान हो गया हो, लेकिन उस फ़्लैट में अगर आप अपना ‘सपनों का घर’ ढूँढ रहे हो तो ओमैक्स की नई मेट्रो सिटी का एक चक्कर लगाना बेहतर होगा।
अगर आप लखनऊ में अपार्टमेंट ख़रीदने जाएँगे तो आमतौर पर उसमें क्या खोजेंगे? क्या आपको चार सादी दीवारों वाले बोरिंग से कमरे चाहिए? जैसे आपके किराए के घर में थे। मेरे ख़्याल से नहीं। जब घर अपना हो तो क्यों ना उसमें हर शान-ओ -शौक़त हो, क्यों ना उसमें आपके पसन्दीदा रंगों से रंगी दीवारें, चमकते मार्बल फ़्लोर और मॉडर्न फ़िटिंग्स हों? और सिर्फ़ फ़्लैट के अंदर की ही बात क्यों करें। आपके आसपास भी ज़रूरत और मनोरंजन से जुड़ी हर सुविधा हो। जैसे कि अस्पताल, स्कूल, मॉल, जिम, पार्क, स्विमिंग पूल, इंडोर-आउटडोर खेल, और बेहतरीन सुरक्षा के इंतज़ाम और हर चीज़ के रख-रखाव के लिए आपकी ख़िदमत में हाज़िर भरोसेमंद स्टाफ़। ओमैक्स लखनऊ की मेट्रो सिटी में कई सुविधाएं हैं जो प्रॉपर्टी का आकर्षण हैं।
बदलते दौर की वजह से आज का युवा पुश्तैनी घरों से ज़्यादा फ़्लैट, अपार्टमेंट और विला की ओर खिंचा चला आ रहा है और फ़िल्मों में 5-स्टार होटल जैसे दिखने वाले घरों को असल ज़िंदगी में अपनी आँखों के सामने देखकर वो उसे अपनाने की चाह रखता है। लखनऊ में फ़्लैट ख़रीदने वालों की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। आने वाले सालों में घर में निवेश करने वाला युवा आज से ही किफ़ायती दामों पर अपने लिए फ़्लैट ढूँढना शुरू कर चुका है। ऐसे में रियल एस्टेट बाज़ार में इन युवाओं का ध्यान अपनी प्रॉपर्टी की तरफ़ खींचने की होड़ लगी है। हालांकि ओमैक्स जैसे प्रोजेक्ट ने इन युवाओं के लिए घर ख़रीदने के मुश्किल फ़ैसले की राह काफ़ी हद तक आसान की है।